

सुखनंदन कश्यप voicee36.com
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में डॉक्टर ने अपनी पत्नी को मार डाला, जिसे डॉक्टर के ड्राइवर ने देख लिया। मर्डर के बक्त ड्राइवर डर गया। उसे लगा कहीं डॉक्टर उसे भी न मार डाले। ड्राइवर ने घबराकर डॉक्टर की हत्या कर दी। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के रामनगर इलाका का है।
मिली जानकारी के मुताबिक मरने वालों का नाम डॉक्टर गणेश सूर्यवंशी (54) अपनी पत्नी डॉ. उषा (52) है। वहीं डॉक्टर की हत्या करने वाले ड्राइवर का नाम सत्यप्रकाश साहू (35) है। कवर्धा पुलिस ने 8 साल बाद डबल मर्डर केस में आरोपी ड्राइवर पकड़ा गया।
अप्रैल 2017 में वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने सबूत मिटाने की कोशिश की। खून के धब्बे साफ किए, फिर शवों को आंगन में घसीटकर रखा। पूरी रात लाथों के पास बैठा रहा। अगली सुबह करीब 5 बजे बस से दुर्ग भाग गया था।
विस्तार से पढ़िए 8 साल में क्या-क्या हुआ, कैसे ड्राइवर पर शक हुआ, कैसे पकड़ा गया, आखिर क्यों डबल मर्डर हुआ ?
👉3 अप्रैल 2017-उधारी मांगने डॉक्टर के घर पहुंचा
👉3 अप्रैल 2017-डॉक्टर ने भारी पत्थर उठाकर पत्नी की हत्या की।
👉3 अप्रैल 2017- ड्राइवर ने डॉक्टर की हत्या कर दी. क्योंकि वह चश्मदीद था। जान का खतरा महसूस कर रहा था।
👉3-4 अप्रैल 2017- ड्राइवर ने सबूत मिटाए और शवों को घसीट कर आंगन में स्खा। 4 अप्रैल 2017 सुबह 5 बजे घर से निकला और दुर्ग चला गया।
👉5 अप्रैल 2017- ड्राइवर फिर कवर्धा लौटा, माहौल भांपा
👉6 अप्रैल 2017- पुलिस को मर्डर की जानकारी मिली, लेकिन कोई चश्मदीद या ठोस सुराग नहीं मिला।
फरवरी 2025 – केस दोबारा खुला, जांच टीम गठित
👉3 जुलाई 2025- ड्राइवर से 14 घंटे की पूछताछ की गई, फिर आरोपी ने उगले राज
👉5 जुलाई 2025-पुलिस ने 8 साल बाद हत्या की गुत्थी सुलइराई, आरोपी की गिरफ्तारी की।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, कवर्धा जिले के रामनगर इलाके में 6 अप्रैल को सिटी कोतकली पुलिस को सूचना मिली कि डॉक्टर गणेश सूर्यवंशी और उनकी पत्नी डॉ. उषा अपने ही घर में मृत मिले हैं। पुलिस मौके पर पहुंची, तो दोनों की लाशें आंगन में खून से सनी पड़ी थी।
पहले तो मामला डकैती या बाहरी हमले जैसा लगा, लेकिन घर में ताले टूटे नहीं थे। कीमती सामान भी गायब नहीं थे। लिहाजा जांच मर्डर केस दर्ज शुरू हुई, लेकिन कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा। केस धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में चला गया।
अब जानिए 8 साल बाद 2025 में कैसे फंसा डबल मर्डर केस का आरोपी ?
2025 की शुरुआत में जब कवर्धा के पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (IPS) ने डॉ. दंपती मर्डर केस को दोबारा खोलने के निर्देश दिए, तो जांच की जिम्मेदारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल के नेतृत्व में बनी विशेष टीम को सौंपी गई। पुरानी फाइलें खंगाली गई और पुराने संदिग्धों पर दोबारा नजर डाली गई।
ASP की टीम ने 2017 में शक के आधार पर पूछताछ किए गए संदिग्धों और परिजनों के बयान को दोबारा क्रॉस चेक किया। इसके बाद डॉक्टर दंपती के परिजनों और पड़ोसियों से बातचीत की। इस दौरान पता चला कि डॉक्टर दंपती के घर में पुराने ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू का आना जाना था। कई बार उसे देखा गया था।
ASP पुष्पेंद्र बघेल की टीम ने 8 साल बाद जब पुलिस ने ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू को 3 जुलाई 2025 को दोबारा हिरासत में लिया। करीब 14 घंटे तक लगातार पूछताछ की। पुलिस की ब्रेन मैपिंग और व्यवहार विश्लेषण के सामने वह टिक नहीं पाया।
आरोपी सत्यप्रकाश ने अपना जुर्म कबूला। उसने हर घटना को विस्तार से बताया कि कब, कैसे और क्यों उसने यह किया।
उधार के पैसे लेने गया था, लेकिन मर्डर होते देख लिया
पुलिस पूछताछ में ड्राइवर सत्यप्रकाश ने बताया कि उसने डॉक्टर गणेश को पहले 1 लाख 80 हजार रुपए उधार दिए थे। जब-जब वह पैसे मांगने गया, डॉक्टर टालता रहा। 3 अप्रैल 2017 यानी मर्डर की रात यह पैसे मांगने डॉक्टर के घर पहुंचा।
इस दौरान देखा कि डॉक्टर और उनकी पत्नी के बीच झगड़ा हो रहा था। बात इतनी बढ़ गई कि डॉक्टर ने गुस्से में पत्थर उठाकर अपनी पत्नी के सिर पर मार दिया। घायल पत्नी ने बचाव की कोशिश की, लेकिन डॉक्टर ने दोबारा वार कर उसकी जान ले ली। ये सब देखकर सत्यप्रकाश घबरा गया।
ड्राइवर सत्यप्रकाश ने बताया कि उसने जब डॉक्टर को पत्नी की हत्या करते देखा, तो उसे लगा कि शायद अगला नंबर उसी का हो सकता है। इस डर में उसने डॉक्टर को धक्का दिया और उसी पत्थर से सिर पर वार कर दिया। डॉक्टर की भी मौके पर ही मौत हो गई।
5 अप्रैल को लौटा, घटना स्थल पर गया, फिर भीड़ में शामिल हो गया
हत्याकांड के एक दिन बाद 4 अप्रैल को लोकल न्यूजपेपर चेक किया, जिसमें इस घटना का कहीं कोई जिक्र नहीं था। इसके बाद 5 अप्रैल को सत्यप्रकाश वापस कवर्धा लौटा। वह डॉक्टर के घर के आसपास घूमता रहा, ताकि समझ सके कि किसी को घटना की जानकारी हुई या नहीं।
जब देखा कि कोई कुछ नहीं जानता, तो निश्चिंत हो गया। 6 अप्रैल को जब मोहल्ले वालों ने बदबू आने पर पुलिस को बुलाया, तब वह भी आम लोगों की भीड़ में शामिल होकर मौके पर मौजूद रहा, ताकि उस पर मर्डर केस में शक न हो।
302 के तहत मामला दर्ज, इन्वेस्टिगेशन टीम को इनाम
कबीरधाम पुलिस ने सत्यप्रकाश साहू पर IPC की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। डबल मर्डर केस सुलझाने पर पुलिस महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य (IPS) ने इन्वेस्टिगेशन टीम को 30,000 का इनाम देने की घोषणा की। वहीं SP धर्मेन्द्र सिंह ने टीम को 10,000 का व्यक्तिगत इनाम दिया।