

सुखनंदन कश्यप voice36.com
सूरजपुर। नशा से मुक्ति दिलाने के नाम पर न जाने कितने एनजीओ नशा मुक्ति केंद्र खोलकर मासूम लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ताजा मामला सूरजपुर के बाजार पारा स्थित नशा मुक्ति केंद्र का है। जहां पांच दिन पूर्व नशा छुड़ाने के लिए एक ग्रामीण को एडमिट किया गया था। जहां कल देर रात उसकी मौत हो गई। मृतक के शरीर में चोट के कई गंभीर निशान मौत को संदिग्ध बना रहे हैं। यही वजह है कि मृतक के परिजन अब नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। सूरजपुर के तेजपुर गांव का निवासी विजय बघेल शराब के नशे का आदी था। शराब का नशा छुड़ाने के लिए 5 दिन पूर्व उसके परिजनों ने सूरजपुर के नशा मुक्ति केंद्र में उसे दाखिल किया था। कल देर रात मृतक के परिजनों को नशा मुक्ति केंद्र की तरफ से सूचना दी गई की विजय बेहोश हो गया है और उसे जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। जब मृतक के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक के शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे, जिसको लेकर मृतक के परिजन नशा मुक्ति केंद्र पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उनके अनुसार मृतक के साथ मारपीट की गई है जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है। वहीं मृतक का एक फोटो भी सामने आया है जो कि नशा मुक्ति केंद्र के अंदर का है, जिसमें मृतक को रस्सी से बांधकर रखा गया है। पुलिस में शिकायत होने के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है, पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई की बात कह रही है। सूरजपुर का नशा मुक्ति केंद्र जिसे एक एनजीओ के द्वारा संचालित किया जाता है यह पहले भी विवादों में रह चुका है। बावजूद इसके अभी तक इस एनजीओ पर कोई कार्रवाई न होना कई सवाल खड़े करता है। अब यह देखने वाली बात होगी कि इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई होती है या पहले की तरह इस मामले को भी लीपापोती कर ठंडा बस्ती में डाल दिया जाएगा।