

सुखनंदन कश्यप voice36.com
कोरबा, छत्तीसगढ़। वन विभाग कोरबा में वाहन चालक के पदों पर हुई हालिया भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। जनशक्ति पार्टी रामविलास के कोरबा इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि इस भर्ती में भारी गड़बड़ी और पक्षपात हुआ है। पार्टी का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से अपारदर्शी रही और अधिकारियों के नजदीकी लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया।
प्रतिनिधिमंडल द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, विभाग में कार्यरत दो दैनिक वेतनभोगी ड्राइवरों को असाधारण रूप से उच्च अंक दिए गए हैं, जबकि अन्य योग्य अभ्यर्थियों को जानबूझकर कम अंक प्रदान किए गए। यह भी आरोप है कि चयनित ड्राइवर विभागीय अधिकारियों के निजी वाहन चालक हैं, जिससे निष्पक्षता पर गंभीर प्रश्न उठते हैं।
जनशक्ति पार्टी ने यह भी दावा किया है कि भर्ती प्रक्रिया में घूसखोरी हुई है और चयन में पारदर्शिता पूरी तरह से नदारद रही। विभाग की वेबसाइट पर भर्ती से जुड़ी कोई सूचना सार्वजनिक नहीं की गई, जिससे आम अभ्यर्थियों को समय पर जानकारी नहीं मिल सकी।
पार्टी ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए भर्ती प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की है। साथ ही, यह भी आग्रह किया गया है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
इस मामले ने कोरबा में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है और अब सभी की नजरें प्रशासन की आगामी कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह मामला विभागीय कार्यप्रणाली पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर सकता है।