

सुखनंदन कश्यप voice36.com
कोरबा, 05 जून 2025/ कोरबा जिले में शालाओं और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण (Rationalisation) की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूर्ण हो गई है। इस संबंध में आज कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया में किसी भी शाला को बंद नहीं किया गया है और न ही किसी शिक्षक की सेवा या पद समाप्त किया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि इस युक्तियुक्तकरण से पाली, पोड़ी-उपरोड़ा जैसे दूरस्थ अंचलों की प्राथमिक शालाओं में पहली बार दो-दो शिक्षकों की स्थायी व्यवस्था की गई है। वहीं, जिले के सभी मिडिल स्कूलों में न्यूनतम तीन शिक्षकों की पदस्थापना सुनिश्चित की गई है, और उच्चतर माध्यमिक शालाओं में विषयवार व्याख्याताओं की नियुक्ति कर दी गई है।
प्रेस वार्ता में कलेक्टर ने कहा,
“इस प्रक्रिया का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था को मजबूत और समावेशी बनाना है। छात्र-शिक्षक अनुपात को यथावत रखते हुए दूरस्थ क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है।”
अतिशेष शिक्षकों की पुनः पदस्थापना में पारदर्शिता
प्रक्रिया के अंतर्गत एक ही परिसर में संचालित विभिन्न स्तर की शालाओं के समायोजन के बाद 287 सहायक शिक्षक, 14 प्रधानपाठक, 147 पूर्व माध्यमिक शिक्षक, 4 प्रधानपाठक और 75 व्याख्याता अतिशेष घोषित हुए थे। इन सभी शिक्षकों की राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार विभिन्न चरणों में काउंसलिंग कर पुनः पदस्थापना की गई।
प्राथमिकता क्रम में वरिष्ठता, 60 वर्ष से अधिक आयु, महिला, सीएससी से जुड़े शिक्षक एवं संघ पदाधिकारियों को वरीयता दी गई।
एकल शिक्षकीय विद्यालयों पर भी ध्यान
कलेक्टर ने यह भी जानकारी दी कि जिले में अब मात्र 90 प्राथमिक शालाएं ही एकल शिक्षकीय रह गई हैं। इनकी सूची शासन को भेज दी गई है ताकि भविष्य में नियमानुसार पदस्थापना की जा सके। इसके अतिरिक्त, डीएमएफ फंड के माध्यम से इन विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की भी व्यवस्था की जा रही है।
प्रेस वार्ता में जिला पंचायत सीईओ श्री दिनेश नाग, जिला शिक्षा अधिकारी श्री टी.पी. उपाध्याय, कोरबा प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री राजेन्द्र जायसवाल सहित जिले के सभी प्रमुख मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री वसंत ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रक्रिया के संबंध में फैलाई जा रही भ्रांतियों और अफवाहों को दूर करने के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है और पारदर्शिता के साथ सभी चरणों को संपन्न किया गया है।