

बांकीमोंगरा, 8 जून।
बांकीमोंगरा क्षेत्र में भाजपा नेत्री एवं पूर्व नगर पालिका सदस्य ज्योति महंत द्वारा एक ग्रामीण के साथ थाना परिसर में मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। इस पूरे घटनाक्रम के तीन वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
घटना के अनुसार, ग्राम बरेडिमुड़ा निवासी एक किसान अपने बैल को लेकर सड़क मार्ग से आ रहा था। इस दौरान वह मोबाइल पर बात कर रहा था और बातचीत के दौरान गाली दे बैठा। उसी वक्त भाजपा नेत्री अपनी कार से गुजर रही थीं। बताया जा रहा है कि उन्होंने उक्त गाली को अपने ऊपर लिया और रावणभाटा मैदान मार्ग पर किसान से मारपीट शुरू कर दी।
इसके बाद कुछ युवक किसान को जबरन बांकीमोंगरा थाना ले आए, जहां थाना भवन के सामने परिसर के भीतर भी नेत्री ने उसकी पिटाई जारी रखी। वायरल वीडियो में भाजपा नेत्री यह कहती सुनाई दे रही हैं कि “ये मर जायेगा तो भी फर्क नहीं पड़ता।”
इस दौरान मौके पर मौजूद कुछ युवक भाजपा नेत्री का समर्थन करते दिखाई दिए। वहीं, घटना का वीडियो बना रहे एक युवक को भाजपा नेत्री के परिचित द्वारा रोकने की कोशिश भी की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना के बाद उक्त ग्रामीण ने बताया कि उसके साथ जबरन मारपीट की गई और थाना लाने के बाद मामले को रफा-दफा करने के नाम पर 3000-4000 रुपये की रिश्वत मांगी गई, जो उसने मजबूरी में दे दिए।
इस पूरे प्रकरण को लेकर क्षेत्र में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। सवाल यह उठ रहा है कि थाना परिसर में इस प्रकार से किसी नागरिक के साथ मारपीट करना कितना उचित है? यदि किसान की कोई गलती थी तो कानूनी कार्रवाई के माध्यम से समाधान निकाला जा सकता था, लेकिन कानून को हाथ में लेना सरासर गलत है।
फिलहाल, भाजपा नेत्री या भाजपा संगठन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। क्षेत्रवासियों की मांग है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई की जाए ताकि कानून का सम्मान बना रहे।
👉 आगे देखना यह होगा कि प्रशासन इस वायरल वीडियो के आधार पर क्या कार्रवाई करता है और भाजपा नेतृत्व इस पूरे मामले को किस तरह से देखता है।