

रिपोर्ट: सुखनंदन कश्यप, Voice36.com
कोरबा जिले के जनपद पंचायत करतला अंतर्गत ग्राम पंचायत जोगीपाली में तालाब गहरीकरण कार्य को लेकर ग्रामवासियों और जनप्रतिनिधियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। जोगीपाली निवासी धरमलाल पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिन पूर्व पंचायत में हुई बैठक में रोजगार सहायक ने बताया था कि तालाब गहरीकरण के लिए ₹5,00,000 स्वीकृत हुए हैं, और ग्रामवासियों से कार्य प्रारंभ करने को कहा गया था।
तालाब की खुदाई के दौरान बड़े-बड़े चट्टानों के कारण कार्य जेसीबी से करवाना पड़ा, जिसकी राशि ग्रामवासियों ने सामाजिक सहयोग (चंदा) के माध्यम से एकत्र कर भुगतान किया। किन्तु अब तक मनरेगा मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है।
धरमलाल पटेल का आरोप है कि कार्य के दौरान जितेंद्र दास महंत नामक व्यक्ति आया और जेसीबी व ट्रैक्टर की फोटो खींचकर कलेक्टर से शिकायत की। इसके पश्चात वह स्वयं को पत्रकार बताते हुए ग्रामवासियों से पैसों की मांग करने लगा और दबाव बनाकर ₹30,000 लेकर चला गया।
रोजगार सहायक पर गुमराह करने का आरोप
भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष व जनपद सदस्य प्रतिनिधि कलम राठिया ने बताया कि जब उपसरपंच से तालाब गहरीकरण कार्य के संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने इसे मनरेगा के तहत बताया। लेकिन जब उन्होंने रोजगार सहायक इरफान खान से जानकारी प्राप्त की तो बताया गया कि पंचायत में केवल ₹40,000 की मूलभूत निधि प्राप्त हुई है और कार्य उसी से करवाया जा रहा है।
वहीं ग्रामीण शंकर दास महंत ने जितेंद्र दास महंत पर डरा-धमकाकर अवैध रूप से पैसे वसूलने का आरोप लगाया है। साथ ही शासन-प्रशासन से मांग की है कि मनरेगा मजदूरी का शीघ्र भुगतान किया जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।