

जशपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले में एक शख्स बीते चार महीने से लापता था. इस गुमशुदगी के मामले की जांच में पुलिस जब तह तक पहुंची तो पुलिस अधिकारियों के भी होश उड़ गए. जो कहानी निकलकर सामने आई. वह अवैध संबंध से जुड़ी पाई गई. पुलिस को इस केस की जांच में कुल चार महीने से भी ज्यादा का समय लग गया. तब जाकर एक खौफनाक कहानी सामने आई. मर्डर की इस वारदात ने सबको हिला कर दिया है.
अवैध प्रेम संबंध के संदेह में एक युवक की बेरहमी से हत्या कर उसका शव जलाकर जंगल और नाले में फेंक दिया गया. इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने चार महीने की गहन तफ्तीश के बाद किया है. मृतक की पहचान अनिरुद्ध दास के रुप में हुई है जो 20 नवंबर 2024 से लापता था. वह सीतापुर का रहने वाला था.
अनिरुद्ध 20 नवंबर 2024 की शाम से लापता था. उसने अपने परिजनों को बताया कि वह रघुनाथपुर जा रहा है. उसके बाद वह नहीं लौटा. परिवार वालों ने 29 नवंबर 2024 को कांसाबेल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जब जांच की तो यह गुमशुदगी केस के साथ साथ प्रेम संबंध से जुड़ा केस निकला. अनिरुद्ध की जांच पड़ताल करने पर कई चौंकाने वाले खुलासे होने लगे.
अनिरुद्ध दास का कांसाबेल की एक महिला से प्रेम संबंध का पता चला. यह महिला पहले से शादी शुदा थी. महिला के रिश्तेदार को जब इस अवैध प्रेम संबंध के बारे में पता चला तो उससे रहा नहीं गया. उसने अनिरुद्ध के मर्डर की प्लानिंग बना ली. मर्डर की वारदात को अंजाम देने के लिए उसने अपने दोस्त और रिश्तेदार का सहारा लिया.
जशपुर एसपी शशिमोहन सिंह ने जांच के बाद इस मर्डर कांड का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 20 नवंबर की रात को जब अनिरुद्ध अपनी मासूका से मिलने जा रहा था तो उस महिला के रिश्तेदार ने उसका छिपकर इंतजार किया. इसके बाद आरोपी अपने साथी की मदद से उसे पकड़ा. आरोपियों ने उसे पहले पंप चोर कहकर पकड़ा. उसके बाद उसे सुनसान इलाके में ले गए. लात घूसों और पत्थर से उसे मारा. जब अनिरुद्ध बेहोश हो गया तो आरोपियों ने टांगी से उसका गला काट दिया. जिससे उसकी मौत हो गई.
हत्या के बाद शव को तिरपाल में लपेटकर एसयूवी वाहन से आरोपी बागबहार लेकर आए. उसके बाद शव को अंबाकछार के घने जंगल लेकर पहुंचे. शव को जला दिया. मृतक के सिर को बोरे में भरकर 2 से 3 किलोमीटर दूर ले जाकर गड्डा खोदकर दफना दिया. मृतक अनिरुद्ध के जूते और पैसे को जलाकर नष्ट कर दिया।
आरोपियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी. अनिरुद्ध की गुमशुदगी को लेकर लगातार पुलिस जांच कर रही थी. इस दौरान आरोपी 17 जनवरी 2025 को अंबाकछार जंगल गए. वहां से अनिरुद्ध की जले हुए शव के टुकड़ों को लाया और उसे ड्रम में डालकर जलाने की कोशिश की. इसके बाद भी अनिरुद्ध की हड्डियां नहीं जली तो उसे नाली में बहा दिया. उसके बाद आरोपी फिर जंगल गए और अनिरुद्ध के दफनाए गए शव को निकालकर जलाने की कोशिश की.
पुलिस को मृतक के बाल, कपड़ों के टुकड़े, तिरपाल, जले हुए जूते, मोबाइल के टुकड़े और रस्सी मिले हैं. इसके अलावा फावड़ा, टांगी और एसयूवी वाहन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया. बेलाघाटी पहाड़ी के गुफा जैसी जगह से सिर की जली हुई हड्डी भी बरामद की गई है।
इस घटना में कुल पांच आरोपी शामिल है. उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 140(1), 140(3), 61(2), 351(2), 3(5), 103(1) और 238 के तहत केस दर्ज किया गया है।
रेयर ऑफ द रेयरेस्ट मर्डर
यह मामला अत्यंत क्रूरता और सुनियोजित साजिश का उदाहरण है. एक अवैध संबंध को लेकर पांच लोगों ने जिस तरीके से हत्या कर शव को ठिकाने लगाया. वह हैरान कर देने वाला है. हमारी टीम ने इस मामले की गहराई से जांच की और सभी आरोपियों को सबूतों के आधार पर अरेस्ट किया है।
पुलिस टीम ने इस मामले की प्रोफेशनल जांच करते हुए बेहद चुनौतीपूर्ण हालात में भी सच सामने लाकर 5 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. टीम को सरगुजा रेंज के आईजी द्वारा नगद इनाम से भी पुरस्कृत किया गया है.
पुलिस ने स्कॉर्पियो वाहन, टांगी, फावड़ा, मोबाइल, रस्सी और तिरपाल समेत कई अहम सबूत जब्त किए हैं. साथ ही, हत्या में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरोपी👇
श्याम पैंकरा पिता दिलबंधु साय पैंकरा उम्र 30 साल
प्रदीप उर्फ पीलु उम्र 32 साल
कुन्दन पैंकरा उम्र 34 साल
गोलू राज पैंकरा उम्र 24 साल
दिलबंधु साय उम्र 70 साल
सभी निवासी कांसाबेल मुडाटोली थाना कांसाबेल जिला जशपुर के है।