

सुखनंदन कश्यप voice36.com
कोरबा। कोरबा जिले के बांकीमोंगरा थाना परिसर में एक गरीब किसान के साथ मारपीट और बंधक बनाने के सनसनीखेज मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए भाजपा नेत्री समेत चार लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर जांच के आदेश दे दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बलवान सिंह कंवर, ग्राम बरेडीमुडा निवासी किसान ने बांकीमोंगरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 7 जून 2025 को वह अपने भाई चंद्रशेखर कंवर और मामा रंजीत कंवर के साथ हरदीबजार बैल खरीदने गया था। लौटते समय जब वह रावणभाठा के पास पहुंचा तो भाजपा नेत्री ज्योति महंत, अमन सिंह राजपूत, मुकेश राणा और उनके अन्य सहयोगियों ने उसे रोका और गाली-गलौच करते हुए हाथों से मारपीट शुरू कर दी।
पीड़ित किसान का आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने पुलिस का डर दिखाते हुए उसे तीन-चार मोटरसाइकिलों में जबरन बैठाकर थाना ले जाया गया। हैरानी की बात यह है कि थाना परिसर में भी मारपीट जारी रही। बलवान सिंह के अनुसार, उसे लात-घूंसों से घसीटकर मारा गया और धमकाते हुए कहा गया, “देख लिया हमारी पहुँच।”
पीड़ित ने बताया कि अपनी जान बचाने के लिए उसने अपने रिश्तेदार चंद्रशेखर कंवर से ₹4500 मंगवाकर आरोपियों को दिए, जिसके बाद उसे छोड़ा गया।
पुलिस ने बलवान सिंह की लिखित शिकायत के आधार पर आरोपी ज्योति महंत, अमन कुमार राजपूत, मुकेश राणा व अन्य के खिलाफ धारा 296, 115(2), 140(3), 308(2), 3(5) BNS के तहत FIR दर्ज कर ली है और मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा है कि “कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। चाहे वह किसी भी पद या पहचान से जुड़ा हो, यदि दोषी पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस घटना के सामने आने के बाद जिले में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। विपक्षी दलों व रामपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक फूल सिंह राठिया ने भी आरोप लगाया है कि यह मामला कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाता है, वहीं सत्तारूढ़ दल के नेता इस पर अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं।