

सुखनंदन कश्यप voice36.com
राज्य में मानसून की गति फिलहाल थम गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बस्तर संभाग में 27 मई को दस्तक देने के बाद मानसूनी गतिविधियों में ठहराव आ गया है। पिछले आठ दिनों से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मानसून आगे नहीं बढ़ पाया है।
रायपुर, बिलासपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार, कोरबा जैसे मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ के जिलों में अब तक मानसून की औपचारिक एंट्री नहीं हुई है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों तक प्रदेश में शुष्क मौसम बने रहने की चेतावनी जारी की है।
कमजोर पड़ी हवाएं रोक रहीं हैं बारिश का रास्ता
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएं फिलहाल कमजोर हो गई हैं, जिससे मानसून की उत्तरी और पश्चिमी छत्तीसगढ़ की ओर प्रगति रुक गई है। अनुमान है कि अगले 4-5 दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है।
कहीं-कहीं हल्की बारिश के आसार
हालांकि इस बीच उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं, लेकिन व्यापक बारिश की संभावना नहीं जताई गई है।
कृषि कार्यों पर असर
मानसून की देरी से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। धान की रोपाई की तैयारी कर रहे किसान अब आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। यदि बारिश में और विलंब हुआ, तो खरीफ फसल की शुरुआत पर असर पड़ सकता है।