

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सुशासन तिहार के तहत गांव-गांव का दौरा कर रहे हैं। इस बीच वे सोमवार को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के चुकतीपानी नेवसा गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और शिकायत सुनी।
इस बीच ग्रामीणों ने गांव में पेयजल व्यवस्था की समस्या बताई। सीएम साय ने जल जीवन मिशन में लापरवाही की शिकायत पर चौपाल में ही PHE के सब इंजीनियर को फटकार लगाई। चौपाल के बीच नारायण सिंह कंवर को कहा कि, या तो ईमानदारी से काम करो या निलंबन के लिए तैयार रहो। यह सरकार का काम है, कोई मजाक नहीं। इसके बाद ‘गेट आउट’ कहकर वहां से हटा दिया।
दरअसल, राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार के तीसरे चरण के तहत मुख्यमंत्री साय का हेलीकॉप्टर सोमवार को चुकतीपानी के नेवसा गांव में उतरा। मुख्यमंत्री ने यहां ग्रामीणों के बीच चौपाल लगाई और सरकारी योजनाओं का फीडबैक सीधे आम जनता से लिया। ग्रामीणों ने विभिन्न समस्याएं बताई, जिनमें सबसे अहम मुद्दा गांव में पीने के पानी की किल्लत का रहा।
27 में से आधे से अधिक हैंडपंप खराब, नल-जल योजना अधूरी
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कुल 27 हैंडपंप है, जिनमें से कई लंबे समय से खराब है। साथ ही नल-जल योजना अधूरी पड़ी है, जिससे घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। यह सुनकर मुख्यमंत्री नाराज हो गए और मंच से ही पीएचई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को बुलाया।
सब इंजीनियर से जवाब-तलब, मंच से निकाला बाहर
मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन में लापरवाही और पेयजल संकट पर सब इंजीनियर नारायण सिंह कंवर को बुलाया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री की यह अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाना है। इस योजना को हल्के में न लें।
इसके बाद उन्होंने सब इंजीनियर से सख्त लहजे में कहा, ‘या तो काम करो, नहीं तो सस्पेंड होने के लिए तैयार रहो। गेट आउट।’