
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ और जशपुर जिले के अंतिम छोर पर एक ऐसा गांव है। जहां लोग रिश्ता करने से कतराते हैं। गांव के निवासी वर्षों से इस परेशानी का सामना कर रहे हैं, जिसके कारण यहां के युवाओं के विवाह संबंधों में भी गंभीर बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। गांव के लोगों का कहना है कि जब भी वे अपने बच्चों के लिए रिश्ते की बात करते हैं, तो टोनाहीनारा गांव का नाम सुनते ही लोग पीछे हट जाते हैं।
गांव के बुज़ुर्गों के अनुसार, यह स्थिति कई वर्षों से चली आ रही है कुछ लोग इसे पुराने अंधविश्वासों या सामाजिक मान्यताओं से जोड़ते हैं तो कुछ इस गांव का नाम सुनकर ही पीछे हट जाते हैं इतना ही नहीं गांव के युवाओं को शिक्षा, रोजगार और अन्य सामाजिक अवसरों में भी भेदभाव का सामना करना पड़ता है। कई बार, उन्हें अपने गांव की पहचान छुपानी पड़ती है ताकि वे समाज में समान अवसर प्राप्त कर सकें।
टोनाहीनारा गांव के लोग बताते है कि जब वे बाहर जाकर अपने गांव का नाम बताते हैं, तो लोग हंसी उड़ाते हैं और इस अजीबों गरीब नाम के कारण कई बार उन्हे काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। दरअसल छत्तीसगढ़ी बोली में ‘टोनहीं’ का अर्थ डायन होता है. यह शब्द अंधविश्वास और उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है ‘टोनाहीनारा’ का मतलब है ‘चुड़ैल नहर’ ज्यादातर लोग इन बातों को आधार मानकर यहां रिश्ता नहीं करते।
ग्रामीणों के मुताबिक इस गांव का नाम करीब 70 साल पहले रखा गया था। जब एक महिला की रहस्यमयी मौत हुई थी महिला पर जादू-टोना करने का संदेह था इसलिए गांव का नाम टोनाहीनारा पड़ा। कापू तहसील के इस गांव का अजीब नाम को लेकर महिलाओं को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हालांकि गांव के लोग चाहते है कि जल्द ही उनके गांव का नाम बदले ताकि ग्रामवासियों को गांव के इस अजीबो-गरीब नाम की वजह से और परेशानी ना हो।