

सुखनंदन कश्यप,voice36.com
कोरबा ज़िले में सोशल मीडिया पर एक फेसबुक पोस्ट को लेकर प्रशासन और पूर्व मंत्री के बीच तनाव बढ़ गया है। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल द्वारा साझा की गई एक तस्वीर को लेकर ज़िला कलेक्टर अजीत वसंत ने आपत्ति जताई है और इसे हटाने का औपचारिक आदेश जारी किया है। वहीं, पूर्व मंत्री ने आदेश मानने से इनकार कर दिया है, जिससे यह मामला राजनीतिक और प्रशासनिक टकराव का रूप ले चुका है।
तस्वीर से उपजा विवाद
पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब जयसिंह अग्रवाल ने अपने फेसबुक अकाउंट पर छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर की एक तस्वीर साझा की। यह तस्वीर राज्यपाल के आगमन के दौरान ली गई थी, जिसमें ननकीराम कंवर झुके हुए नजर आ रहे हैं। कलेक्टर वसंत ने इस पोस्ट को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए इसे सार्वजनिक मर्यादा और गरिमा के विपरीत माना और अग्रवाल को नोटिस भेजकर फोटो हटाने का निर्देश दिया।
जयसिंह अग्रवाल का पलटवार
पूर्व मंत्री ने कलेक्टर के आदेश को खारिज करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, “कलेक्टर मुझे आदेश देने वाले कौन होते हैं? मैं उनका चपरासी नहीं हूं। अगर वे निवेदन करते, तो शायद मैं पोस्ट हटा देता, लेकिन अब जब उन्होंने आदेश दिया है, तो मैं इसे नहीं मानूंगा।”
अग्रवाल ने यह भी आरोप लगाया कि बालको नगर की समस्याओं को उजागर करने और कलेक्ट्रेट घेराव की घोषणा के बाद प्रशासन दबाव की राजनीति कर रहा है।
प्रशासन की सफाई
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा, “जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। यदि किसी व्यक्ति की गतिविधियों से सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ने की संभावना होती है, तो प्रशासन के पास नोटिस जारी करने का अधिकार होता है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्रवाई किसी राजनीतिक कारण से नहीं, बल्कि शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई है।
मामला गरमाया, सियासी रंग गहराया
कोरबा में यह मामला अब केवल एक फेसबुक पोस्ट तक सीमित नहीं रह गया है। यह प्रशासनिक कार्यप्रणाली और राजनीतिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन पर बहस का मुद्दा बनता जा रहा है। इस घटनाक्रम के बाद जिले की सियासत में हलचल तेज हो गई है और आने वाले दिनों में इस पर और प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।