

कोरबा वनमंडल में हाल ही में हुई वाहन चालक भर्ती प्रक्रिया विवादों में घिरी हुई है। इस भर्ती में डीएफओ और एसडीओ के चालकों ने टॉप किया है, दोनों को ही 100 में से 93-93 अंक मिले हैं। हैरानी की बात यह है कि अन्य अभ्यर्थी, जो कई मामलों में बेहतर थे, वे भी इन दोनों के करीब तक नहीं पहुंच सके। भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं क्योंकि दोनों टॉप अभ्यर्थी पहले से ही विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में सेवा दे रहे हैं। यह आरोप लगाया जा रहा है कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई है।
पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई है और अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो वे खुद पूरी प्रक्रिया को कैंसिल कर देंगे। कोरबा वनमंडल में हल्के वाहन के एक और भारी वाहन चालक के तीन पदों के लिए आवेदन मंगाए गए थे।विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा और वाहन चालन कौशल परीक्षा आयोजित की गई थी।परीक्षा के बाद प्रावीण्यता सूची जारी की गई थी, जिसमें डीएफओ और एसडीओ के चालकों को टॉप पर रखा गया था।