

Voice36.com (Sukhnandan Kashyap)
बस्तर संभाग के चार जिलों की बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में गुरुवार को 30 नक्सली मारे गए। एक महीने के भीतर यह दूसरी बड़ी मुठभेड़ है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। यह बैलाडिला की तराई वाला इलाका है जो बीजापुर और दंतेवाड़ा की सरहद के पास पड़ता है। कभी नक्सलियों के गढ़ कहे वाले इलाके में फोर्स को बड़ी सफलता मिली है।
बीजापुर में बड़े नक्सल कैडर की मौजूदगी की सूचना पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ और कोबरा के जवानों ने बीजापुर जिले के गंगालूर इलाके में स्थित एंड्री के जंगलों में नक्सलियों की गुरुवार सुबह घेराबंदी की गई। इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग जारी रही।
शुरुआत में जहां 20 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि बस्तर आईजी ने की तो वहीं मुठभेड़ खत्म होते तक अंतिम आंकड़ा 26 तक पहुंच गया। हालांकि अब भी इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। इधर, नारायणपुर और कांकेर जिले की सरहद पर गुरुवार सुबह शुरू हुई मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर हो गए।
इस तरह बस्तर के दो अलग-अलग स्थानों पर एक ही दिन में 30 नक्सली मारे गए। इससे पहले 9 फरवरी को बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में हुई मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे।
1 जवान हुआ शहीद
जिला बीजापुर और दंतेवाड़ा के सरहदी में थाना गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत माओवादी विरोधी अभियान के तहत गुरुवार को संयुक्त टीम निकली थी. अभियान के दौरान सुबह 8 बजे माओवादियों ने हमला कर दिया था. फिर माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. इस दौरान बीजापुर डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान राजू ओयाम शहीद हो गए. बताया जा रहा है कि शहीद जवान भैरमगढ़ के बोड़गा का रहने वाला है।
प्रदेश में नक्सलवाद के विरुद्ध लड़ाई मजबूती से जारी है। मुठभेड़ में डीआरजी के जवान के शहीद होने की भी दु:खद खबर है। उनकी यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। क्रूर और निरंकुश नक्सलवाद का अंत तय है। -विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री
नक्सलियों के खात्मे के साथ-साथ बस्तर बदल रहा है। बस्तर लाल आतंक से मुक्त होगा। किसी शाम आप सभी इंद्रावती नदी के किनारे आराम से बैठकर चाय पी पाएंगे। लाल आतंक का सफाया होगा।-विजय शर्मा, गृहमंत्री
बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने बताया ऑपरेशन में नक्सलियों से ऑटोमेटिक और सेमीऑटोमेटिक हथियार बरामद हुए हैं।
3 महीने में 10 शहीद
बीते तीन महीने में जहां बस्तर से गरियाबंद तक 130 नक्सली मारे गए हैं तो वहीं इस दौरान 10 जवानों की शहादत भी हुई है। कुटरू में 6 जनवरी को हुए आईईडी ब्लास्ट में 8 जवान शहीद हुए थे। वहीं 4 जनवरी को अबूझमाड़ के जंगलों में एक डीआरजी जवान शहीद हुआ था। अब गुरुवार को बीजापुर में एक डीआरजी जवान शहीद हुआ है।
रूथलेस एप्रोच के साथ आगे बढ़ रहे: शाह
आज हमारे जवानों ने एक और एक बड़ी सफलता हासिल की है। बीजापुर और कांकेर में हुए ऑपरेशन्स में नक्सली मारे गए हैं। मोदी सरकार नक्सलियों के विरूद्ध रूथलेस एप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। – अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री