

सुखनंदन कश्यप Voice36.com
हत्या के प्रकरण में फरार आरोपी “पिंटू उर्फ लोकेश पटेल उर्फ लोकेश्वर पटेल” को थाना उरगा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर भेजा गया न्यायिक रिमांड पर
दिनांक 25.11.2024 को थाना उरगा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सिलियारी भाठा में पूजा पटेल नामक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई थी। इस संबंध में थाना उरगा में मर्ग क्रमांक 145/2024 धारा 194 बीएनएसएस के तहत जांच प्रारंभ की गई।
पंचनामा, परिजनों एवं गवाहों के कथन, पोस्टमार्टम एवं फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर यह प्रथम दृष्टया प्रमाणित हुआ कि मृतिका की गला व मुंह दबाकर हत्या की गई है। जिसके पश्चात् अपराध क्रमांक 188/25 धारा 103(1) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उच्च अधिकारियों के निर्देशन में विवेचना:
पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.)
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नितीश ठाकुर (रा.पु.से.)
नगर पुलिस अधीक्षक श्री भूषण एक्का (रा.पु.से.)
विवेचना प्रभारी: उप निरीक्षक राजेश तिवारी, थाना प्रभारी उरगा
प्रमुख तथ्य व विवेचना का निष्कर्ष:
जांच में ज्ञात हुआ कि मृतिका पूजा पटेल व आरोपी लोकेश पटेल के मध्य मई 2024 से प्रेम संबंध था। घटना दिनांक को आरोपी मोटरसाइकिल से पूजा के घर पहुँचा, जहाँ वह अकेली थी। आपसी विवाद में आरोपी ने गमछे से मृतिका का गला घोंटकर हत्या कर दी।
मौके से प्राप्त एक सराफा दुकान के पाउच से जांच की दिशा मिली, जिससे ज्ञात हुआ कि आरोपी ने 23.11.2024 को एक चांदी की चैन खरीदी थी, जिसका भुगतान फोनपे से किया गया था। इससे आरोपी की पहचान सुनिश्चित हुई।
पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकारते हुए बताया कि हत्या के बाद उसने एक फर्जी सुसाइड नोट मृतिका के नाम से कॉलेज के प्रश्न पत्र पर लिखा और घटनास्थल पर छोड़ भाग निकला।
सबूत जब्ती:
आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त गमछा, मोटरसाइकिल, तथा अन्य साक्ष्य बरामद कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की गई। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
टीम का योगदान:
इस संपूर्ण कार्यवाही में उप निरीक्षक राजेश तिवारी के नेतृत्व में निम्न पुलिसकर्मियों की सराहनीय भूमिका रही:
सउनि परमेश्वर गुप्ता
सउनि संतराम सिन्हा
आरक्षक 52 नितेश तिवारी
आरक्षक 464 प्रेमचंद साहू
आरक्षक 64 झंगल मंझवार
आरक्षक 730 महासिंह
सैनिक 217 शान्तनु राजवाड़े
थाना उरगा पुलिस द्वारा यह कार्रवाई सतत निगरानी एवं सूक्ष्म विवेचना के माध्यम से की गई, जो अपराधियों के विरुद्ध
कठोर कार्रवाई की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।